बच्चों में चारित्रिक गुणों को विकसित करने की सर्वश्रेष्ठ अवस्था बचपन है
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में पधारी समाजसेवी श्रीमती अपर्णा यादव ने समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में श्रीमती अपर्णा ने कहा कि बच्चों में चारित्रिक गुणों को विकसित करने की सर्वश्रेष्ठ अवस्था बचपन ही है, अतः बचपन में ही सुदृढ़ नींव रखी जानी चाहिए। श्रीमती यादव ने आगे कहा कि शिक्षा एक सतत् और रचनात्मक प्रक्रिया है। बच्चों को भौतिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान कर उनके व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास ही शिक्षा का मुख्य लक्ष्य है। इस शानदार समारोह में छात्रों ने अपने अभिभावकों के समक्ष न सिर्फ अपने ज्ञान का अपितु विद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षा से परिपूर्ण ज्ञान का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया एवं सार्वभौमिक जीवन मूल्यों, विश्वव्यापी चिंतन, विश्व की सेवा के लिए तथा सभी चीजों में उत्कृष्टता विषय पर अपने सारगर्भित विचार प्रकट कर अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में सर्वोच्चता अर्जित करने वाले छात्रों व वार्षिक परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को भी पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि अब यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम बालक को ‘समाज एवं विश्व का प्रकाश’ बनाने हेतु ईमानदारी से प्रयास करें एवं इस लक्ष्य को हासिल करने में ऐसे आयोजन मील का पत्थर साबित होंगे। सी.एम.एस. गोमती नगर की वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने कहा कि सी.एम.एस. एक अलग तरह का स्कूल है। वह बच्चों को अन्दर से मजबूत और बाहर से आकर्षक बनाता है जिससे वे 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना बहादुरी से कर सकें। सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती आभा अनन्त ने अभिभावकों के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
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