प्रभु के विशिष्ठ कृपापात्र कृपालु जी महाराज


उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की कुंडा तहसील के अन्तर्गत छोटे से गांव मनगढ़ में वर्ष 1922 में जन्मे कृपालु जी महाराज पर प्रभु अकारण करूणावरणालय की निश्चित रूप से विशिष्ठ कृपा है। मनगढ़ ऐसा गांव जहां का माहौल अध्यात्मिक तो बिलकुल नहीं रहा, पर आज यह गांव अध्यात्म के ही सागर में डुबकी लगा रहा है। वैसे इसी गांव से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर स्थित लालगंज तहसील के अन्तर्गत एक गांव भटनी है। भटनी गांव में ही धर्म सम्राम की उपाधि पाने वाले स्वामी करपात्री जी महराज का जन्म हुआ था। स्वामी करपात्री के बाद अध्यात्म की दुनिया में प्रभु के विशिष्ठ कृपापत्र के रूप में कृपालु महराज का अभ्युदय हुआ। 91 वर्षीय कृपालु महराज उस समय सुर्खियों में आ गये जब उन्होंने वर्ष 2000 में अपने पैतृक गांव मनगढ़ में भगवान कृष्ण के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू कराया। इस मंदिर के निर्माण में करीब 12 अरब रूपये की लागत आयी है। इस मंदिर परिसर में एक कक्ष उस स्थान पर भी बनाया गया है, जिस स्थान पर कृपालु महराज का जन्म हुआ था। उसे मंदिर के गर्भगृह की संज्ञा दी गयी है। इस मंदिर की क्या छटा है, इसे शब्दों में बता पाना असंभव है। सचमुच मंदिर परिसर में पहुंचने पर लगता है कि यहां सचमुच में राधारानी की अहैतुक कृपा बरस रही है। पहले मेरे मन में भी कृपालु महाराज के बारे में वहीं सोच रही जो आम लोगों से सुनता रहा, किन्तु पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़ा होने के नाते मुझे कृपालु महाराज के मनगढ़ गांव में बने मंदिर परिसर में जाने का सौभाग्य मिला। वहां पहुंचने के बाद मेरे मन की धारणा बदल गयी। अगर मुझसे पूछा जाये तो मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि कृपालु महाराज सामान्य व्यक्ति नहीं है। निश्चित रूप से उनके उपर किसी दैवीय शक्ति की अनुपम कृपा बरस रही है। कृपालु महाराज के एक सत्संग में भी शामिल होने का मौका मिला। उस समय वह ब्रम्ह सत्य और जगत मिथ्या पर बोल रहे थे। कृपालु महाराज ने जब यह कहा कि जो लोग कहते हैं कि ब्रम्ह सत्य है और जगत झूठा है, यह बिलकुल गलत है तो मैं चौंक गया। कृपालु महाराज ने बल देकर यह साबित किया कि अगर जगत न हो तो ब्रम्ह का कोई अस्तित्व नहीं हो सकता, इसलिए जगत को मिथ्या कहना असंगत है। मेरी भी समझ में यह बात आ गयी। दुखद यह है कि 11 नवंबर 2013 को मनगढ़ मंदिर परिसर में दोपहर के समय टहलते वक्त कृपालु महाराज फिसलकर गिर गये, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये। उनके सिर में गंभीर चोट आयी है। इलाज के लिए उन्हें फौरन इलाहाबाद ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें एअर एंबुलेंस से गुणगांव स्थित मेदान्ता अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक उनकी हालत काफी गंभीर है। कृपालु महाराज के घायल होने की जानकारी पाकर उनके अनुयायी दुखी हैं। हर कोई उनके शीघ्र स्वस्थ्य होने की ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है।

Comments

Popular posts from this blog

लोगों को लुभा रही बस्तर की काष्ठ कला, बेल मेटल, ढोकरा शिल्प

मैंने अपने भाई के लिए बर्थडे केक बनाया : अवनीत कौर

प्रतापगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं ने देश कल्याण के लिए किया महामृत्युंजय जप