हाय मंहगाई

मंहगाई से घायल अहंई
बुढवा, जवान और बालक
सौ रूपिया में सोवा मिलत बा
 और चालीस में पालक।
ई बतावा ऐसन कैसी भारत लेई
 दुश्मन देश से मोहडा
जब नब्बे रूपिया में पियाज मिले
और पचास में कोहडा।।
पूरे देश में बस बाटइ
मंहगाई और भ्रष्टाचार की चरचा
डेढ सौ रूपिया में अदरक मिलत बा
 और सौ में मरचा।।
कैसन मना दशहरा
और कैसन मने दीवाली
जब तीस रूपिया किलो में
मिले मुरई काली।।

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